बारह मुखी रुद्राक्ष धारण विधि | 12 Mukhi Rudraksha Dharan Vidhi: 12 मुखी रुद्राक्ष की बहुत ही ज्यादा मान्यता है और अगर आप भी इसे धारण करने की सोच रहें है तो आपको इसे धारण करने की विधि का पता होना चाहिए।
लेकिन उससे पहले आईये जानते है 12 मुखी रुद्राक्ष से जुडी कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण बातें।
12 मुखी रुद्राक्ष को किस लिए पहना जाता है?
12 मुखी रुद्राक्ष को पहनने के कई उद्देश्य होते हैं। इस रुद्राक्ष को धारण करने से उपयोगकर्ता को अनेक लाभ मिल सकते हैं।
नीचे दिए गए कुछ उद्देश्य हैं जो इस रुद्राक्ष को पहनने के लिए उपयोगी हो सकते हैं:
- ऊर्जा बढ़ाना: यह रुद्राक्ष व्यक्ति के ऊर्जा स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।
- सफलता की प्राप्ति: इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति की सफलता की प्राप्ति में मदद मिल सकती है।
- स्वास्थ्य लाभ: इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लाभ मिल सकते हैं।
- संतुलित जीवन: यह रुद्राक्ष व्यक्ति के जीवन में संतुलितता और शांति का संचार करता है।
- समृद्धि: इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति को धन की वर्षा मिल सकती है और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
- आत्मविश्वास: इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति को अपने आप में विश्वास और स्वयं पर विश्वास होता है।
- विरोधाभाव: इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति के अंदर विरोधाभाव कम होता है और उन्हें अपने सामने आने वाली समस्याओं का सामना करने की क्षमता मिलती है।
इन सभी उद्देश्यों के अलावा, इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति की धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति में मदद मिल सकती है।
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12 मुखी रुद्राक्ष को किस भगवान का स्वरूप माना जाता है?
इसको भगवान सूर्य (Lord Surya) का स्वरूप माना जाता है। इस रुद्राक्ष में बारह आदित्य देवताओं की आभा होती है जो अन्य सूर्य देवताओं को अपने वश में करते हैं। इसलिए, 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति के ऊर्जा स्तर को बढ़ाया जा सकता है और उन्हें सामर्थ्य, स्वास्थ्य, सौभाग्य और सफलता की प्राप्ति में मदद मिल सकती है।
12 मुखी रुद्राक्ष को कौन धारण कर सकता है ?
कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है जो इसके उपयोग से अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हों। यह रुद्राक्ष स्वास्थ्य, धन, संतुलित विचारधारा, सफलता, और समृद्धि के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। इसे धारण करने से पहले ध्यान रखना चाहिए कि इसे अधिक से अधिक पवित्रता और विधिवत तरीके से लेकर उपयोग किया जाए।


बारह मुखी रुद्राक्ष धारण विधि | 12 Mukhi Rudraksha Dharan Vidhi
बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि निम्नलिखित है:
- सबसे पहले, रुद्राक्ष को पवित्रता और शुद्धता से धो लें। इसके लिए, उसे गंगाजल या साफ पानी में डालें और धो लें।
- अब रुद्राक्ष को पूजा के लिए तैयार करें। इसके लिए, उसे पूजनीय स्थान पर रखें और उसे फूलों, अर्क, धूप, दीप, नैवेद्य आदि से सजाएँ।
- अब अपने दोनों हाथों में रुद्राक्ष को लेकर इस मंत्र का जप करें – “ॐ ह्रीं नमः”। इस मंत्र का जप करते समय आपका ध्यान रुद्राक्ष पर ही होना चाहिए। आप इस मंत्र का जाप 108 बार करें।
- जब आप जप पूरा करें, तो रुद्राक्ष को अपने सिर के ऊपर धारण करें। यदि आप इसे गले में लटकाना चाहते हैं, तो इसे सुन्दर माला में बांध सकते हैं।
- रुद्राक्ष को साफ़ रखें और अपने रोजमर्रा के जीवन में धारण करें। आप उसे दैनिक धारण कर सकते हैं या फिर विशेष अवसरों पर उसे पहन सकते हैं।
ध्यान रखें कि बारह मुखी रुद्राक्ष को उपयोग करने से पहले आपको अपने धर्मगुरु या पंडित से परामर्श लेना चाहिए।
12 मुखी रुद्राक्ष को किस धातु के साथ पहनें ?
12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करते समय सामान्यतया सिल्वर, गोल्ड, रत्न, या पंचधातु के बने आभूषण के साथ पहना जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए हमेशा यह देखना चाहिए कि आभूषण रुद्राक्ष से भलीभाँति मिलता जुलता हो और इसके संग उत्तम तरीके से धारण किया जा सकता हो।
धातु के आभाव में आप काले धागे का इस्तेमाल भी कर सकते है।
12 मुखी रुद्राक्ष किस दिन धारण करना चाहिए?
12 मुखी रुद्राक्ष को आप प्रत्येक दिन धारण कर सकते हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि इसे शिवरात्रि, महाशिवरात्रि, नवरात्रि, दुर्गापूजा, वसंत पंचमी, गणेश चतुर्थी, दिवाली, जैसे धार्मिक त्यौहारों पर धारण करने का विशेष महत्व होता है। हालाँकि, आप इसे सप्ताह के सोमवार के दिन धारण कर सकते है क्यूंकि यह दिन भगवन संकर का दिन माना जाता है।
Disclaimer: यहाँ दी गयी जानकारी सामान्य मान्यताओं और पहले से मौजूद ऑनलाइन जानकारी पर आधारित है, DVSamachar इसकी पुष्टि नहीं करता है।