जरूर पढ़ें : तंगी में नौकरी के साथ पढ़ाई, सुबह 4 बजे उठ कर पढ़ते फिर जाते थे ऑफिस और बन गये IAS टॉपर

अक्सर लोगो के पढाई न कर पाने के पीछे उनके घर के हालात सामने आ जाते है। उनके परिवार की आर्थिक तंगी उन्हें कुछ और सोचने और समझने का मौका ही नहीं देती। जहाँ भी चार पैसे दिखते है लोग वही चले जाते है और अपने सपनो को भूल जाते है। वो कहते है न की मजबूरी लोगो के ख्वाब तोड़ दिया करती है। लेकिन क्या ये सत प्रतिसत सही है :बिलकुल नहीं। आज हम ऐसे लोगो के लिए जो की सोचते है की इंसान एक काम करते हुए खासकर की नौकरी, पढाई नहीं कर सकता है उनके लिए एक ऐसी इंस्पिरेशनल कहानी लेकर आये है जो ऐसे लोगो को एकदम गलत साबित कर देगी। यह कहानी है आंध्र प्रदेश के जीएसएस प्रवीणचंद की जिन्होंने कभी हर नहीं मानी और घर से ही तैयारी कर IAS में टॉप कर दिया।

IAS Topper GSS Praveenchand
IAS Topper GSS Praveenchand

प्रवीणचंद 12 वीं के बाद IIT पटना से ग्रेजुएशन करने के बाद इन्होने एक टेक कंपनी में अच्छे पद पर नौकरी ज्वाइन कर ली पर प्रवीणचंद नौकरी नहीं IAS अफसर बनना चाहते थे। परिवार की आर्थिक स्तिथि की वजह से इन्होने नौकरी जारी रखी। नौकरी के दौरान इन्होने अपने IAS बनने के सपने को टूटने नहीं दिया और पढाई करते रहे। लगातार दो साल नौकरी करने के बाद प्रवीणचंद ने नौकरी छोड़ दी और पूरा टाइम पढाई में लगाने लगे। इसी दौरान उन्होंने अपना पहला एटेम्पट भी दिए पर असफल हो गए। इसके बाद परिवार की आर्थिक स्तिथि सही न होने की वजह से प्रवीण ने फिर से नौकरी ज्वाइन कर ली। पर इन्होने अपने IAS बनने के सपने को कभी भूलने नहीं दिए और नौकरी के साथ ही पढाई करने लगे।

सुबह चार बजे उठ कर करते थे पढाई –

प्रवीणचंद के अनुसार सुबह का समय सबसे अच्छा होता है पढाई करने के लिए इस लिए परवीन सुबह 4 बजे उठ कर पढाई करते थे। इन्हे 10 से 10:30 तक ऑफिस पहुंचना रहता था इसलिए प्रवीण सुबह 4 बजे उठकर 8:30 तक पढ़ते थे फिर ऑफिस जाना रहता था। प्रवीण अपने शार्ट नोट्स बना के ऑफिस भी लेजाया करते थे ऑफिस मिले ब्रेक में वो उसे पढ़ा करते थे। इसके अलावा वीक ऑफ का प्रयोग पूरी तरह से पढाई में ही किया करते थे।

अपना अनुभव साझा किया :

अपना अनुभव साझा करते हुए प्रवीणचंद ने सबको यह बताया की नौकरी करते हुए तैयारी करना थोड़ा कठिन जरूर हो सकता है पर इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है की आपको सफलता नहीं मिल सकती। हां आपको थोड़ा एक्स्ट्रा मेहनत जरूर करनी पड़ सकती है पर अगर अपने ठान ही लिया है कुछ बनने का कुछ करने का तो आपको कोई भी नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा की हो सकता है की एक फुल टाइम तैयारी करने वाले से ज्यादा समय आपको लग जाये परन्तु अगर आप निरंतर लगे रहेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी।

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